चंडीगढ़ में सनकी कातिल गिरफ्तार; 2 साल पहले एक महिला को मारा, न्यूड डेड बॉडी मिली, 14 साल पहले लड़की का कत्ल, हाफ न्यूड मिली
Chandigarh Double Murder Accused Monu Arrested Crime News Update
Chandigarh Crime News: चंडीगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। मर्डर के 2 मामलों में सालों से बच रहे आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। SSP कंवरदीप कौर की सुपरविजन और एसपी सिटी मृदुल के निर्देशों के तहत एसडीपीओ चरणजीत सिंह विर्क और SHO जसपाल सिंह के नेतृत्व में मलोया थाना पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की है।
आरोपी की पहचान मोनू कुमार निवासी झुग्गी नंबर 16. शाहपुर कॉलोनी, सेक्टर-38, वेस्ट के तौर पर हुई है। मोनू की उम्र 38 साल है और वह टैक्सी ड्राइवर है। 1 मई को पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद आरोपी मोनु ने पूछताछ के दौरान अपने दोनों अपराध कबूल कर लिए हैं। इसके साथ ही उसने अपनी मां के सामने गलती हो जाने की बात भी कही है। बताया जाता है कि, गिरफ्तारी के बाद जब मोनु अपनी मां से मिला तो उसने कहा कि, मां मुझसे गलती हो गई। मुझे एक बार खाना खिला दे।
7वीं कक्षा तक पढ़ा, लेकिन दिमाग का शातिर
SSP कंवरदीप कौर ने वीरवार को प्रेस वार्ता कर मर्डर के दोनों मामलों और शातिर आरोपी को लेकर पूरी जानकारी दी। एसएसपी कौर ने बताया कि, आरोपी मोनू कुमार 7वीं कक्षा तक पढ़ा है। वह नशे का आदी है और अपराध के दलदल में फँसता चला गया। उसके खिलाफ चंडीगढ़ में कई थानों में अलग-अलग मामले दर्ज हैं। हिमाचल में भी वह मर्डर के एक मामले में आरोपी है। एसएसपी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान आरोपी मोनू ने खुलासा किया कि उसने कभी आधार कार्ड नहीं बनवाया क्योंकि उसे डर था कि उसकी पहचान उजागर हो सकती है और वह पकड़ा जाएगा।
2 साल पहले एक महिला को मारा, न्यूड डेड बॉडी मिली
मर्डर के जिन 2 मामलों में आरोपी मोनू कुमार की संलिप्तता पाई गई है। उनमें से एक मामला करीब 2 साल पुराना है। यह मामला मलोया का है। जनवरी 2022 में मलोया पुलिस को इंदर सिंह नाम के एक शख्स ने शिकायत देते हुए बताया था कि, वह 11 तारीख को शाम 8 बजे अपनी पत्नी को लेकर बाइक से बस स्टैंड के पास मार्केट में आया था।
इस दौरान उसकी पत्नी को कुछ घरेलू सामान लेना था लेकिन उसके पास केवल 250/- रुपये थे। जिसे देखते हुए उसने अपनी पत्नी को मार्केट में छोड़ दिया और खुद अपने भतीजे से कुछ और पैसे उधार लेने के लिए चला गया। वहीं 10-15 मिनट बाद जब वह मार्केट लौटा तो उसकी पत्नी उसे नहीं मिली। इसके बाद वह अपने घर लौट आया लेकिन उसकी पत्नी वहां भी नहीं थी।
मलोया थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई
पत्नी की काफी तलाश और उसके न मिलने के बाद इंदर सिंह ने मलोया पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जहां पुलिस ने भी उसकी पत्नी को ढूढ्ने की बात कही। वहीं इंदर सिंह 11 जनवरी को देर रात तक अपने नजदीकी रिश्तेदारों के साथ पत्नी की तलाश करता रहा। लेकिन वह कहीं नहीं मिली।
इसके बाद उसने अगली सुबह से फिर पत्नी की तलाश शुरू की तो इस दौरान जब वह अपने घर के पास जंगल क्षेत्र में गया तो वहाँ उसने देखा कि उसकी पत्नी का नग्न शव पड़ा हुआ है। जिसके बाद उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। लेकिन काफी कोशिशों के बावजूद आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। खैर अब आरोपी की गिरफ्तार हो गई है।
गिरफ्तार हुआ तो दूसरा कत्ल भी कबूल बैठा
आरोपी मोनु कुमार ने गिरफ्तार होने के बाद पूछताछ के दौरान एक और कत्ल करने की बात कबूल दी। मोनु ने बताया कि, उसने जुलाई 2010 में सेक्टर-38 वेस्ट की 22 साल की एक लड़की का कत्ल भी किया था। इस मामले में लड़की के पिता ने थाना-39 में शिकायत दर्ज कराई थी। लड़की के पिता ने बताया था कि, 30 जुलाई को शाम 6 बजे उनकी बेटी इंग्लिश स्पीकिंग क्लास जॉइन करने के लिए घर से सेक्टर-15 के लिए निकली थी। लेकिन वह रात 9 बजे तक भी घर नहीं लौटी।
जिसके बाद चिंता हुई तो उसके दोस्तों को फोन किया गया। दोस्तों को भी उसकी कोई जानकारी नहीं थी। इस बीच तलाश करने के दौरान अचानक पता चला कि उनकी बेटी की स्कूटी टैक्सी स्टैंड, सेक्टर-38 वेस्ट के पास खड़ी है। जिस पर खून के धब्बे हैं। वहीं मौके पर पहुँचने के बाद देखा गया सड़क के दूसरी ओर झाड़ियों में बेटी का शव अर्धनग्न अवस्था में पड़ा हुआ था। उसे पीजीआई ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आरोपी के खिलाफ किस थाने में कौन सी धाराओं में मामले दर्ज
आरोपी मोनु कुमार के खिलाफ 2011 में थाना-11 में धारा 379, 411 में आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद 2011, 2012, 2014 में उसके खिलाफ थाना-39 में धारा 379, 411 में आपराधिक मामले दर्ज किए गए। वहीं साल 2018 में इंडिस्ट्रियल एरिया थाने में धारा 299ए और 2020 में मलोया थाने में धारा 379-बी, 511 आईपीसी के तहत मोनु के खिलाफ मामले दर्ज किए गए।
रिपोर्ट- रंजीत शम्मी